लखनऊ सुपरजायंट्स (एलएसजी) के स्पिनर रवि बिश्नोई का कहना है कि अभी उनका पूरा ध्यान आइपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने पर है और टी-20 विश्व कप में चयन होना उनके हाथ में नहीं है। भारत के लिए एक वनडे और 24 टी-20 खेलने वाले बिश्नोई इस साल होने वाले टी-20 विश्व कप में राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के दावेदार हैं।
उन्होंने कहा कि उनका सपना भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना है और इसके लिए वह काफी मेहनत कर रहे हैं। रवि बिश्नोई से अभिषेक त्रिपाठी ने विशेष बातचीत की।
मैं कहना चाहूंगा कि इसके पीछे कोई विशेष रणनीति नहीं है। टीम में जो भारतीय और विदेशी गेंदबाज हैं, उनका संयोजन काफी बेहतर है। हमें खुद पर भरोसा है कि हमें जो भी लक्ष्य का बचाव करने को मिलेगा, हम उसका बचाव कर सकते हैं। हमारे बल्लेबाज भी लक्ष्य का पीछा कर सकते हैं, लेकिन अभी लक्ष्य का बचाव करते हुए हम बेहतर कर रहे हैं। हमारी टीम दोनों ही विभाग में काफी अच्छी है चाहे बल्लेबाजी हो या गेंदबाजी।
बिल्कुल, अगर एक स्पिनर के रूप में आपको इतना बड़ा मैदान मिल रहा है तो आपको गेंदबाजी में मजा आता है। पिच भी पिछले दो सत्र से इस बार काफी बेहतर हुई, जिस पर स्पिनरों के लिए काफी कुछ है। इस तरह के मैदान पर स्पिनरों को मजा आता है क्योंकि विकेट लेने के मौके बढ़ जाते हैं।
राहुल भाई काफी अच्छी कप्तानी कर रहे हैं। उनकी कप्तानी में ही हम दो साल से प्लेआफ में क्वालीफाई कर रहे हैं। इस बार भी टीम काफी अच्छा प्रदर्शन कर रही है। वह पीछे से गेम को काफी अच्छा चलाते हैं। वह परिस्थितियों को काफी अच्छी तरह से समझते हैं और उसी के अनुसार स्पष्ट निर्णय लेते हैं। उनकी निर्णय लेने की क्षमता काफी अच्छी है, जिसका लाभ हमारी टीम को हो रहा है। इसमें कोई शक नहीं कि हम छोटे स्कोर का भी बचाव कर ले रहे हैं।
पंजाब में भी हमने अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन हम दुर्भाग्यशाली रहते थे कि एक दो मैच हार जाते थे, जिससे प्लेआफ से दूर रह जाते थे। अब एलएसजी में हमने कई मैच जीते हैं, जिससे हमने हर बार क्वालीफाई किया है। राहुल एलएसजी में भी अच्छे निर्णय ले रहे हैं और पंजाब में भी लेते थे। पंजाब में हम सही समय पर क्लिक नहीं कर पाए थे, लेकिन यहां हमने किया है और पिछले दो साल से प्लेआफ में पहुंचे हैं। मैंने आइपीएल में उनकी कप्तानी में ही खेला है। वह मुझे समझ पा रहे हैं और मैं उन्हें समझ पा रहा हूं। हम दोनों के बीच अच्छा तालमेल है।
अभी मैं इस बारे में कुछ भी नहीं कहना चाहूंगा। मेरा पूरा ध्यान अभी आइपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने पर है। टी-20 कप विश्व खेलना मेरे हाथ में नहीं है। मैं बस इतना कर सकता हूं कि आइपीएल में अच्छा प्रदर्शन करूं और मेरा पूरा फोकस इसी पर है।
रोहित भाई काफी अच्छे कप्तान हैं। जब भी आप उनकी कप्तानी में खेलते हैं तो वह पूरी स्वतंत्रता देते हैं। उनका यही कहना होता है कि आप मैदान पर अच्छा प्रदर्शन करो। इसी तरह राहुल भाई भी हैं, जो मुझे पूरी स्वतंत्रता देते हैं।
ऐसी स्थिति में मैं बस यही सोचता हूं कि मैं अपनी स्ट्रेंथ (मजबूती) के अनुसार गेंदबाजी करूं, फिर जो भी नतीजा आएगा मुझे स्वीकार होगा। मैं खुद से पूछता हूं कि कैसी गेंदबाजी कर रहा हूं और अपनी योजना को कैसे लागू कर रहा हूं। अगर मैं अपनी योजना अच्छे से लागू कर पा रहा हूं और अगर फिर भी बल्लेबाज बड़ा शाट लगा दे तो उसमें मैं कुछ नहीं कर सकता। मेरे लिए मेरी योजना को लागू करना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।
लाल गेंद क्रिकेट खेलने को लेकर आपको कितनी उम्मीद है?
बिल्कुल, टेस्ट क्रिकेट ही असली क्रिकेट है। हर खिलाड़ी की तरह मुझे भी टेस्ट क्रिकेट खेलना है। भारत के लिए टेस्ट खेलना मेरा सपना है और उसके लिए मैं पूरी मेहनत कर रहा हूं। रणजी सत्र में भी मैंने अच्छा किया था।